सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना या नए भारत की जरुरत ?
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट(Central Vista project) के अन्तर्गत, राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक राजपथ के दोनों तरफ खली पड़ी जमीन को सुनियोजित योजनाबध्द तरीके से विकसित करना है !
सेंट्रल विस्टा (Central Vista) किसे कहते है?
Central Vista भारत के सबसे महत्वपूर्ण जगहों में से एक है ! राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक के ३ कि.मी. के एरिया को सेंट्रल विस्टा कहा जाता है! नार्थ ब्लाक, साउथ ब्लाक, कृषि भवन, निर्माण भवन, नेशनल म्यूजियम, नेशनल आर्काईव्स, उद्योग भवन, बिकनेर हाउस, हैदराबाद हाउस ये सब भी इसी के अंतरगत आते है! खास बात ये है की राजपथ के दोनों तरफ पूरी जमीन खाली है!
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) क्या है?
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के अन्तर्गत पुरे इलाके का नवीनीकरण करना है जिसमे एक नया ,पहले से बड़ा और आधुनिक संसद भवन का निर्माण भी है! नया संसद भवन मुख्य आकर्षण होगा जो की 64,500 वर्गमीटर में त्रिभुज के आकर का होगा ! इसमे 1224 सांसदों के बैठने की जगह होगी जिसमे लोकसभा में 888 सीट और राज्य सभा में 384 सीट होगी ! इसमे एक बड़ा सा संविधान हाल होगा जिसमे संविधान रखा जायेगा! इसके अलावा लाइब्रेरी, सांसदों के लिए लाउन्ज, जरूरी कमेटियों के कमरे होंगे! जिसे की टाटा ग्रुप द्वारा बनया जा रहा है !इसके अलावा नया प्रधानमंत्री आवास, ऑफिस, उपराष्ट्रपति आवास भी बनाया जायेगा !
सेंट्रल विस्टा में और क्या क्या नया होगा?
सेंट्रल विस्टा (Central Vista Project) के अन्तर्गत नार्थ ब्लाक और साउथ ब्लाक को एक संग्रहालय में बदल दिया जायेगा! और खली पड़े एरिया में मंत्रालयों के लिए भवन और ऑफिस बनाये जायेंगे! इसके अलावा सपोर्ट फैसिलिटी, सेक्रेटेरियेट एनेक्स्चर, सेंट्रल कांफ्रेंस सेंटर बनेंगे!
क्यों है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की जरुरत ?
2019 में मिनिस्ट्री ऑफ़ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर एक प्रस्ताव लेकर आया, जिसमे कहा गया की जगह की कमी पड़ रही है! और कई ऑफिस 100 साल पुराने हो गए है! कर्मचारी बढते जा रहे है ,ऐसे में पुरे इलाके की नवीनीकरण की जरुरत है! जिसके बाद इसका इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया ! सारी औपचारिकता पूरी करने के बाद सितम्बर 2020 में इसका ठेका टाटा प्रोजेक्ट को दिया गया !
इसको मशहूर वास्तुकार और शहरी योजनाकार बिमल पटेल की अगुवाई में बनाया जायेगा ! इसके बनने के बाद भारत सरकार के सारे मिनिस्ट्री के ऑफिस एक जगह पे आ जायेंगे! जिससे की इन सबके बीच बेहतर कनेक्टिविटी होगी जो की इसे और कुशल और उत्पादकता बनाएगी !
अब-तक कितना काम हुआ ?
प्रोजेक्ट का प्रस्ताव पास होने के बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन की नयी बिल्डिंग की आधारशिला रखी ! जिस पर कुल 971 करोंड़ की लागत आयेगी ! इसका काम 2022 तक पूरा हो जायेगा ,इसके अलावा द मेकिंग ऑफ़ इंडिया ,म्यूजियम ऑफ़ इंडियन डेमोक्रेसी भी बनाई जा रही हैं, इसको भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पे राष्ट्र को समर्पित किया जायेगा !
पूरे प्रोजेक्ट को 2024 तक पूरा कर लिया जायेगा ! हालाँकि इसको रोकने के लिए भी बिपक्ष और लोगो ने कोशीश की! इसके खिलाफ कोर्ट में अपील की गयी, लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट ने इसको जरूऱी काम बताते हुए रोक लगाने से मना कर दिया! और याचिकाकर्ता पे 1 लाख का जुर्माना भी लगाया! केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि इस समय सिर्फ दो प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है! ये प्रोजेक्ट हैं नया संसद भवन और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू.
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